ପଥରଚଟ୍ଟା ରାସ୍ ୧୦୦ଏମ୍ଏଲ୍
पठारछट्टा रास 100ML: एक प्राकृतिक उपचार

परिचय
पठारछट्टा रास 100ML एक शक्तिशाली आयुर्वेदिक उपचार है, जो मुख्य रूप से किडनी स्टोन और मूत्र संबंधी समस्याओं को दूर करने के लिए जाना जाता है। इसका रस किडनी के पत्थरों को घोलने में मदद करता है और शरीर के अन्य हिस्सों में मौजूद पत्थरों को भी प्राकृतिक तरीके से बाहर निकालता है। यह पारंपरिक चिकित्सा में एक अमूल्य हर्ब है।

मुख्य लाभ
  1. किडनी स्टोन का उपचार: पठारछट्टा रस किडनी में जमा पत्थरों को घोलकर बाहर निकालने में मदद करता है।
  2. डाय्यूरिटिक और डिटॉक्सिफाइंग: यह शरीर से विषैले तत्वों और अतिरिक्त खनिजों को मूत्र के जरिए बाहर निकालता है, जिससे किडनी और अन्य अंगों की कार्यक्षमता में सुधार होता है।
  3. सूजन और दर्द में राहत: इसके सूजन कम करने और दर्द निवारक गुण मूत्र पथ संक्रमण और किडनी स्टोन के कारण होने वाली सूजन और दर्द को कम करते हैं।
  4. पाचन में सुधार: यह पाचन में सहायता करता है, एसिडिटी को कम करता है और कब्ज से राहत दिलाता है।
  5. इम्यूनिटी बूस्टर: यह एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुणों से भरपूर है, जो शरीर की इम्यूनिटी को मजबूत बनाता है और संक्रमणों से बचाता है।
सामग्री का अद्भुत मिश्रण

पठारछट्टा रस में पठारछट्टा के अलावा अन्य आयुर्वेदिक हर्ब्स जैसे गिलोय, नीम, हरड़, बहेड़ा, और गोखरू भी शामिल हैं, जो इस उत्पाद की प्रभावशीलता को और बढ़ाते हैं। ये सभी हर्ब्स किडनी की सेहत को बेहतर बनाने और शरीर के समग्र स्वास्थ्य में सुधार करने में सहायक होते हैं।

उपयोग विधि और खुराक
  • खुराक:
    सुबह और शाम को 15 से 20 मिलीलीटर पठारछट्टा रस का सेवन करें। यह खाली पेट लिया जाना चाहिए।
  • कैसे सेवन करें:
    इसे सीधे या पानी के साथ मिलाकर लिया जा सकता है, ताकि इसका बेहतर अवशोषण हो।
  • नियमित उपयोग:
    लगातार कुछ हफ्तों तक इसके उपयोग से किडनी की सेहत और मूत्र संबंधी कार्यों में सुधार देखा जा सकता है।
  • अच्छे परिणाम के लिए:
    एक संतुलित आहार लें और पूरे दिन में पर्याप्त पानी पिएं।
सलाह और सुरक्षा

पठारछट्टा रस एक प्राकृतिक और सुरक्षित उपाय है, लेकिन किसी भी हर्बल सप्लीमेंट को शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लेना हमेशा अच्छा होता है, खासकर अगर आपको पहले से कोई चिकित्सा समस्या हो।

MRP
RS. 625